पितृ दोष से मुक्ति के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं: पीपल या बरगद के पेड़ में जल चढ़ाएं. जल में काले तिल मिलाकर दक्षिण दिशा में अर्घ्य दें. अमावस्या और पितृ पक्ष में श्राद्ध, पिंडदान, तर्पण जैसे कर्म करें. गरीबों को दान-पुण्य करें. ब्राह्मणों को भोजन कराएं. वट वृक्ष पर नियमित रूप से जल चढ़ाएं. गाय, गली के कुत्तों और जानवरों को भोजन और दूध दें. हरिद्वार, उज्जैन, नासिक, गंगासागर आदि धार्मिक स्थानों पर स्नान करें. शाम के समय दीपक जलाकर नाग स्तोत्र, महामृत्युंजय मंत्र, रुद्र सूक्त या पितृ स्तोत्र का पाठ करें. सोमवार की सुबह स्नान करके शिव मंदिर में जाकर, आक के 21 फूल, दही, बिल्वपत्र के साथ शिवजी की पूजा करें. कर्पूर जलाएं. अपने घर की दक्षिण दिशा की दीवार पर अपने स्वर्गीय परिजन का फ़ोटो लगाकर उस पर हार चढ़ाएं और रोज उनकी पूजा करें. पितृ दोष से मुक्ति के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं: इनमें से दिए गए उपायों में, जो आपको आसान लगे वह नियमित रूप से आप कर सकते हैं।